मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाला जीव
– ऊदबिलाव
समुद्री ऊदबिलाव प्रशांत महासगार के उत्तरी और पूर्वी तटों पर पाया जाता
है। इसका वजन 14 से 45 किलोग्राम के मध्य होता है। ठंडे समुद्रों में इनकी मोटी और
चर्बीयुक्त खाल और घने बाल इन्हें गर्म रखते हैं। किसी जमाने में इनकी संख्या 1.5
से 3 लाख होती थी लेकिन 1741-1911 के युग में इनका शिाकर होने से विश्व भीर में इनकी
आबादी केवल 1000 से 2000 के मध्य ही रह गई है। इनके शिकार पर अंतरराष्ट्रीय पाबंदी
लगने से इनकी संख्या फिर से बढ़ी है।
हालांकि अन्य समुद्री स्तनपाई की तुलना में इसका वजन बहुत ही कम है।
ऊदबिलाव जमीन पर चल सकते हैं फिर भी ये अपना अधिकांश जीवन समुद्र में ही बितताते हैं।
समुद्र में ये बहुत गहराई तक डुबकी लगाकर क्रस्टशिया, मछली आदि जीवों को अपना भोजन बनाते हैं। सीप के अंदर
छुपे जीव को यह पत्रिों से तोड़कर ही खाते हैं। जिसके कारण मानवों के अतिरिक्त इन्हें
गिनती के उन जानवरों में माना गया है जो अपने भोजन के लिए औजारों का इस्तेमाल करते
है।
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